खाने की मेज पर अपनी पसंद के व्यंजन देख अकसर भूख जाग जाती है। लेकिन यही स्वादिष्ट व पसंदीदा भोजन कभी-कभी हमारा दुश्मन भी हो जाता है। क्योंकि ज़्यादातर हम सिर्फ बात पर ध्यान देते हैं कि क्या खाना चाहिए। लेकिन क्या नहीं खाना चाहिए इस पर कम ही ध्यान दिया जाता है। ऐसे में भोजन हमें खुद पर नियंत्रण रख ग्रहण करना चाहिए। कुछ खाद्य पदार्थ आपके खाने की मेज पर ही मौजूद होते हैं जिनसे परहेज़ आपको स्वस्थ रखने में बड़ी मदद कर सकता है।
एनर्जी ड्रिंक्स
आजकल तनाव और थकान को कम करने में मदद देने वाले ढेर सारे एनर्जी ड्रिंक बाज़ार में आ गए हैं। जिसका सभी इस्तेमाल कर रहे हैं, बिना यह पता किए कि उसमें क्या तत्व मिलाए गए हैं। एनर्जी ड्रिंक फायदेमंद होती हैं, यदि उन्हें पीने के जोखिमों के बारे में जागरूकता के साथ उपयोग किया जाये। ज्यादातर में एनर्जी ब्लेंड जैसे कि कैफीन, टॉरिन, और ग्लूकोरोनोलैक्टोन इतनी मात्रा में होते हैं जो कि सुरक्षित नहीं होते।
पैकेज्ड जूस
फलों का ताजा निकाला गया जूस फायदेमंद होता है। लेकिन आज पैकेज्ड जूस भी आसानी से उपलब्ध हैं। जूस के पैकेट पर फलों का इस्तेमाल करके बनाया गया जूस लिखा होता है। लेकिन इस जूस को तैयार करने के लिए फलों को निचोड़कर उनसे जूस निकाल लिया जाता है और इसे आमतौर पर लंबे समय तक टैंकों में स्टोर करके रखा जाता है। इससे जूस लगभग फ्लेवर और पोषण मुक्त हो जाता है।
प्रोसेस्ड मीट
प्रोसेस्ड मीट में संतृप्त वसा और नमक होता है, जिससे आंत्र कैंसर होने की आशंका होती है। इसका उपयोग बाहर बने जंक फूड्स के साथ-साथ आज घरों में भी हो रहा है जो कि स्वास्थ्य के लिए खतरनाक होता है।
टोस्ट, जैम को भी ना कहें
टोस्ट पर जैम , आमतौर पर हर घर में खाया जाता है। बच्चों को तो यह विशेष रूप से पसंद होता है। लेकिन इसमें पोषक तत्वों की मात्रा बहुत कम होती है। इनकी जगह पर केला खाने से आपको ज़्यादा विटामिन, मिनरल, फाइबर मिलेंगे।
चॉकलेट की जगह मेवे
चॉकलेट एक ट्रीट के रूप में ठीक है, लेकिन रोज़ाना नाश्ते के लिए, बिना नमक वाले नट्स या ताजे फल इस कमी को पूरा करने के बेहतर तरीके हैं। नट्स में विटामिन और मिनरल के साथ-साथ प्रोटीन और फाइबर भी होते हैं और संतृप्त वसा कम होती है, जिससे ये आपके कोलेस्ट्रॉल स्तर और दिल के स्वास्थ्य के लिए बेहतर हैं। नट्स लगभग 30 ग्राम ही लें।